आजकल आप सभी ने न्युज में cyber attack के बारे में जरूर सुना होगा। cyber attack किसी भी network या device पर पूरा control पाने के लिए किया जाता है। दुनिया भर में सबसे ज्यादा इंटरनेट यूजर बेस हमारे भारत देश में है। lockdown की वजह से लोग अपने घरों में बैठने की वजह से इंटरनेट का यूज़ अब बोहोत ही बढ़ गया है। इसी लिए हम सबको cyber attack के बारे में पता होना जरूरी है
अगर हम लोगो ने इंटरनेट का उपयोग करते वक्त सावधानी नहीं बरती तो हमारे बैंक अकाउंट या हमारे प्राइवेट डेटा को हानी हो सकती है।
नमस्कार दोस्तो आपका स्वागत है हमारे हिंदी में है बात हिंदी में जानकारी ब्लॉग पर । हम आज malware के बारे में जानेंगे।
Malware ( मालवेयर)
malware को के नाम से भी जाना जाता है।
malware यह एक सॉफ्टवयर ही होता है जो आपके computer server, website , laptop तथा mobile को नुकसान करने के लिए बना होता है। malware का निर्माण hacker द्वारा किया जाता है। यह अपने आप नहीं बनते। malware को उपयोग करके आपका Data चुराने के लिए password चुराने के लिए या आपके कम्प्यूटर की फाइल्स को खराब करना भी होता है। यह आपके अनजाने में ही आपके डेटा को damage कर सकता है। malware के कई प्रकार होते है जो अलग अलग तरह से काम करते है।
virus (वायरस)
worms (वर्मस)
spyware (स्पाइवेयर)
trojan (ट्रोजन)
ransomeware (रंसंवेयर)
adware (एडवेयर)
यह सब malware का ही हिस्सा है।
virus (वायरस)
vairus एक malicious software यानी कि एक malware का ही प्रकार है। virus एक ऐसा प्रोग्राम या सॉफ्टवेयर होता है। इसका काम आपके कंप्यूटर, लैपटॉप ,टेबलेट तथा मोबाइल के डेटा ट प्रोग्राम को damage करना होता है। जैसे कि यह आपके कंप्यूटर में स्थित डॉक्यूमेंट फाइल, इमेज , वीडियो ,ऑडियो या कोई और महत्व पूर्ण फाइल को infected करता है। जिसके कारण वह junk फाइल बन जाती है और किसी काम नहीं आती है। अगर वह infected फाइल किसी और कंप्यूटर में पोहोच जाए तो उस कंप्यूटर के फाइल्स को भी damage कर सकती है।
दुनिया का सबसे पहला virus का नाम Creeper था यह 1970 में network पर फैला था।
virus का full form -
V - vital
I - information
R - resources
U - under
S - seize
आमतौर पर virus हमरे कंप्यूटर पर इंटरनेट के माध्यम से या फिर किस pirated software के साथ आता है जिसे इंस्टॉल करते ही वह हमारे कंप्यूटर में फैलता है और हमारे कंप्यूटर के फाइल्स को infected करता है।
worms (वर्म्स)
यह भी एक malicious software है । यह काफी हद तक वायरस की तरह ही होता है। worms एक ऐसा प्रोग्राम है जो वायरस की तरह ही हमारे कंप्यूटर लैपटॉप तथा मोबाइल की फाइल्स को damage करने का काम करता है। यह हमारे computer / laptop / Mobile मे इंटरनेट , pendrive या e- mail के माध्यम से आ सकता है।
अगर worms आपके computer / laptop / Mobile में आ जाए तो यह अपने आप को multiple files या multiple folder बना देता है। यह जल्दी जलदी अपने आप की ही कई copy बना देता है और फैलता ही जाता है। अगर यह आपके कंप्यूटर में आ गया तो यह आपके कंप्यूटर से जुड़े सारे या किसी भी कंप्यूटर में फैल सकता है और उन सभी कम्यूटर की फाइल्स को खराब कर देता है। इसे फैलने के लिए किसी कमांड कि अवशक्ता नहीं होती। worms आपके कंप्यूटर में multiple files या multiple folder बना कर आपके कंप्यूटर के ram और hard disk को भर देता है और आपका कंप्यूटर slow कर देता है।
trojan (ट्रोजन)
trojan यह शब्द ग्रीक mythology की trojon horse इस घटना से प्रेरित होकर लिया गया है। यह भी एक तरीके का malicious software यानी कि malware ही है। trojan हमारे कम्प्यूटर में किसी fake software के माध्यम से गुप्त रूप से आता है और user को पता भी नहीं चलता। यह मालवेयर आपके द्वारा download किए गए memory booster , ram cleaner या अन्य सॉफ्टवेयर के द्वारा आता है और यह software user को ट्रिक करके कंप्यूटर में इंस्टॉल हो जाता है । उसके बाद यह आपके कम्प्यूटर में backdoor खोल देता है जिससे अन्य viruses, malware को आपके कम्प्यूटर में घुसने का मौका मिल जाता है। वह सब मिलकर आपके computer / laptop / mobile के मल्टीपल फाइल्स मल्टीपल फोल्डर को इंफेक्टेड कर देते है। trojan horse आपके computer / laptop / mobile को नियंत्रित करके आपकी महत्वपूर्ण फाइल्स को डिलीट भी कर सकता है।
spyware (स्पायवेयर)
spyware यह भी एक प्रकार का malware ही है। स्पाइवेयर का उपयोग इंटरनेट पर किसी भी यूजर की जासूसी करने के लिए होता है।
यह आपके computer / laptop / mobile की महत्वूर्ण इन्फर्मेशन चुरा सकता है। इसका काम आपकी चुराई इन्फॉर्मेशन को इसके मालिक तक पोहचना होता है । बोहोत सारे hacker स्पाइवेयर का उपयोग करके यूजर की bank account की डिटेल्स पासवर्ड लेके यूजर को रतो रात कंगाल भी करते है। यह भी आपके computer / laptop / mobile में इंटरनेट email या आपने डाउनलोड किए हुए पायरेटेड software के माध्यम से आपके कंप्यूटर पर गुप्त रूप से इंस्टॉल हो जाता है। इंस्टॉल होने के बाद से ही यह यूजर की सारी इन्फॉर्मेशन हैकर्स के पास भेजना शुरू कर देता है।
ransomeware (रान्समवेयर)
ransomeware यह भी एक प्रकार का malicious software ही है। इसे कॉप्यूटर के डेटा को ब्लॉक करने के लिए बनाया गया है। इसे यूज़ करके हैकर यूजर के डेटा को लॉक करते है और डेटा अनलॉक करने के लिए फिरौती मांगते है। यह फिरौती डिजिटल माध्यमसे ली जाती है जैसे बिटकॉइन और अन्य क्रिप्टो करंसी द्वारा ताकि हैकर को कोई ट्रेस ना कर सके। ransomeware भी आपके कम्प्यूटर में इंटरनेट ईमेल या पायरेटेड सॉफ्टवेयर के जरिए आ सकता है। 2017 में फैला wannacry ransomeware इसका एक अच्छा उदाहरण है।
ऐसी ही information मजेदार आर्टिकल हिंदी में पढ़ने के लिए हमारे ब्लॉग हिंदी में है बात हिंदी में जानकारी से जुड़े रहे। हम रोजाना आप तक ऐसी ही रोचक जानकारी हिंदी में पोहचने का काम करते है।
हमसे जुड़े रहने के लिए हमारे फेसबुक पेज हिंदी में है बात हिंदी में जानकारी को लाइक करे
Comments
Post a Comment