आज 29 जून 2020 को Government of India ने tiktok ओर बाकी Chinese ऍप को बन कर दिया है। जी ह इन सब हालात को देखते हुए ये एक आंच फैसला लिया गया है। china के साथ अब जो स्तिथी उपस्थिति हो रही थी उसके कारण यह निर्णय लोय गया है। और इस निर्णय का हमे स्वागत कर्मा चाइये।
बस चीन के तरफ से जो होरा है उसका जवाब देने के लिए नही तोह बलिक सेक्युरिटी रीज़न के चलते ये निर्णय लिया गया है। हम रोज़ playstore से कोई न कोई ऍप डाउनलोड करते है। जीने हैम बिना जाने अपने फ़ोन में install कर देते है यह जाने बिना की ये ऍप किसने डेवेलोप किया है। क्या यह ऍप आपके लिए सेफ है? क्या यह सब ऍप इनस्टॉल करके आप आपकी सिक्योरिटी ओर प्राइवेसी से समझौता कर रहे है? क्या आपको लगता है ऎसे ऍप जो शायद आपके डेटा चुराते है?
इन सब का जवाब है हो सकता है, हा दौतो हमे सब जानकारी नही मिलती है कि कोनसा ऍप सेफ है और कोनसा नही है। हम बस अपनो जरूरत के हिसाब से कोई भी ऍप बिना जाने बिना ये देखे की ये ऍप सेफ है या नही हम उसे अपने फ़ोन में इनस्टॉल कर देते है। और जबकि हमारे फ़ोन में कई बैंक या क्रेडिट या एटीएम कार्ड के डिटेल हो सकती है। और शायद वो डेटा जो आपका पर्सनल है आप खुद उसे उस ऍप के ओनर को दे देते है या ये मान लीजिए कि उन्हें परमिशन दे देते है जिसे वो सारा डेटा जो हमारा पर्सनल था वह एक क्लिक में उस हैकर या ऍप डेवलपर के पास जा सकता है।
अब जिस तरह का माहौल बन चुका है भारत और चीन के बीच मे उसे यही लगता है कि चीन कुछ भी कर सकता है। और ऐसे मामले में चीन का भरोसा किया जा सकता नही है। चीन का वेव्हार पहले से ही संदय जनक था। चीन ने हमेशा प्रयास किया है कि वह भारत और बाकी देशों में से सुपर पावर बने। और उसे पूरा करने के लिए चीन कुछ भी ककर सकता है।
क्या आपको पता है US आर्मी ने भी tiktok को Ban कर दिया है । जिहा सेक्युरिटी रीज़न के वजहसे US आर्मी ने भी tiktok को ban कर दिया था। यह ऍप एक चिनी कमपनी द्वारा बनाया गया है। US आर्मी के जो स्पोक्सवुमन, एलटी कोल रोबिन ओछो, उन्होंने यह जानकारी दी कि यह ऍप एक साइबर थ्रेट है।
साइबर थ्रेट क्या होता है?
साइबर थ्रेट या साइबर सेक्युरिटी थ्रेट यह एक विद्ववेषपूर्ण काम है जो डेटा डैमेज करता है, या जो डेटा चुराता है ओर जो डिजिटल जीवन को सामान्य रूप से बाधित कर देता है। आप सभी गूगल यूज़ कर ते है आप सभी गूगल करके देख सकते है कि कितने साइबर थ्रेट खतरनाक हो सकते है। इसी लिए यह बोहोत जरूरी हो गया है कि हम अपने आप को साइबर थ्रेट से बचाए ओर खास कर हमें तब ज्यादा सतर्क होना चाइये जब बात देश की हो।
साइबर थ्रेट के कुछ प्रकार
Ransomware
Phishing
Data leakage
Hacking
Insider threat
यह कुछ साइबर थ्रेट के प्रकार है।
अब सवाल ये आता है कि क्या कोई ऍप आपका डेटा चोरी कर सकता है?? क्या आपके फ़ोन से डेटा चुराना मुमकिं है? क्या सचमे चीनी ऍप आपका डेटा चोरी कर सकते है ? या साइबर अटैक आपके फ़ोन पर हो सकता है?
आपको पता होगा कोई भी ऍप इनस्टॉल करने के बाद आपसे वो ऍप तरह तरह की परमिशन मांगता है जैसे कि स्टोरेज परमिशन, लोकेशन परमिशन, कैमरा परमिशन, माइक्रोफोन परमिशन, ओर अन्य तरह तरह की परमिशन मांगता है। और हैम भी बिना सोचे समझे हम उस ऍप को सारी परमिशन दे देते है। बिना ये सोचे कि उस ऍप को इन सारी परमिशन की जरूरत है या नही? मैन लीजिये आप एक पीडीएफ ट्रांसफर या स्कैनर का ऍप डाउनलोड करते है तोह उस ऍप को बस आपके कैमरा ओर स्टोरेज की परमिशन की जरूरत है। कैमरा की परमिशन इस लिए की वो फ़ोटो कैप्चर कर सके और स्टोरेज की इस लिए की वो उस स्कैन किये हुए फ़ोटो को आपके गैलरी में सेव कर सके पर क्या वो सिर्फ इन दो ही चीजो की परमिशन मांगता है ? नही वो ऍप हमसे लोकेशन की परमिशन मांगेगा, माइक्रोफोन की मांगेगा, अब आप ही सोचिये की क्या उस ऍप को वाकई में लोकेशन ओर माइक्रोफोन की परमिशन की जरूरत है क्या? जवाब है नही पर फिर भी हमसे वो सारी परमिशन मांगता है अगर परमिशन नही दी तो वह ऍप चालू ही नही होती है।
क्या आपकी ओर हमारी बाते कोई सुन रहा है?
जी हा अगर हम माइक्रोफोन की जब परमिशन देते है तब ऐसा हो सकता है कि कोई हमारी बाटे ट्रैक कर सकता है। हैम क्या बात करते है वो सुन सकता है। कभी आपके साथ हुआ है? कि आप किसी चीज़ के बारेमे बात करे हो और जब आप फोन में कोई ऍप ओपन करते है तब वही चीज़ हमारे सामने आ जाती है।
Security risks
UC browser - यह ऍप उसके अल्गोरिथम का इस्तेमाल करके यह ऍप आपके एक्टिविटी पे ध्यान रख सकता है। और यह ये बात भी कंट्रोल करता है कि क्या आपको देखना चाइये।
Tiktok- टिकटोक पे भी आप देख सकते है कि आप का डेटा चुराया जाता है और उसे चीन में भेज दिया जाता है। टिकटोक पर कैलिफ़ोर्निया फेडरल कोर्ट में भी लॉसूट फ़ाइल किया है। इस लॉसूट में भी यह आरोप लगाए गए थे कि टिकटोक ड्राफ्ट में सेव किये गए वीडियो भी बिना आपके अनुमति के वो डेटा ले लेते है। टिकटोक कि पॉलिसीस भी काफी अस्पष्ट है।
जैसे कि हम बात करे थे कि टिकटोक सहित अन्य 58 ऍप्स को भारत मे बन कर दिया है। सरकारी अधिसूचना में, सरकार ने कहा की सेक्शन 69A information technology act ओर उसके अन्य प्रोविशनप्रक्रिया और सुरक्षा उपायों) के नियमों का इस्तेमाल करते हुए के नियमों, सार्वजनिक नियमों द्वारा पहुँच के अवरोधन के लिए पढ़ा जाता है। 2009 और खतरों की उभरती प्रकृति के मद्देनजर 59 एप्स को ब्लॉक करने का निर्णय लिया गया है क्योंकि उपलब्ध सूचनाओं के मद्देनजर वे ऐसी गतिविधियों में लगे हुए हैं जो भारत की संप्रभुता और अखंडता, भारत की रक्षा, राज्य की सुरक्षा और सार्वजनिक व्यवस्था के लिए पूर्वाग्रही हैं। "
GOVT द्वारा बन की गई CHINESE APPS की पूर्ण सूची:
1. TikTok
2. Shareit
3. Kwai
4. UC Browser
5. Baidu map
6. Shein
7. Clash of Kings
8. DU battery saver
9. Helo
10. Likee
11. YouCam makeup
12. Mi Community
13. CM Browers
14. Virus Cleaner
15. APUS Browser
16. ROMWE
17. Club Factory
18. Newsdog
19. Beutry Plus
20. WeChat
21. UC News
22. QQ Mail
23. Weibo
24. Xender
25. QQ Music
26. QQ Newsfeed
27. Bigo Live
28. SelfieCity
29. Mail Master
30. Parallel Space 31. Mi Video Call - Xiaomi
32. WeSync
33. ES File Explorer
34. Viva Video - QU Video Inc
35. Meitu
36. Vigo Video
37. New Video Status
38. DU Recorder
39. Vault- Hide
40. Cache Cleaner DU App studio
41. DU Cleaner
42. DU Browser
43. Hago Play With New Friends
44. Cam Scanner
45. Clean Master - Cheetah Mobile
46. Wonder Camera
47. Photo Wonder
48. QQ Player
49. We Meet
50. Sweet Selfie
51. Baidu Translate
52. Vmate
53. QQ International
54. QQ Security Center
55. QQ Launcher
56. U Video
57. V fly Status Video
58. Mobile Legends
59. DU Privacy
हमे इस फ़ैसले का सम्मान करना चाइये क्योकि यह हमारे राष्ट्र सुरक्षा के लिए बेहद जरूरी हो गया है। ओर कुछ लोग ऐसे भी है कि उन्हें इस डिसिजन से ओर एक मौका मिल जाएगा प्रोटेस्ट करनेका मौका मिल जाएगा।
पर जब देश का सवाल आता है हमें सबको साथ मे आना चाइये ओर इस फैसले का सम्मान कर्मा चाइये।
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बस चीन के तरफ से जो होरा है उसका जवाब देने के लिए नही तोह बलिक सेक्युरिटी रीज़न के चलते ये निर्णय लिया गया है। हम रोज़ playstore से कोई न कोई ऍप डाउनलोड करते है। जीने हैम बिना जाने अपने फ़ोन में install कर देते है यह जाने बिना की ये ऍप किसने डेवेलोप किया है। क्या यह ऍप आपके लिए सेफ है? क्या यह सब ऍप इनस्टॉल करके आप आपकी सिक्योरिटी ओर प्राइवेसी से समझौता कर रहे है? क्या आपको लगता है ऎसे ऍप जो शायद आपके डेटा चुराते है?
इन सब का जवाब है हो सकता है, हा दौतो हमे सब जानकारी नही मिलती है कि कोनसा ऍप सेफ है और कोनसा नही है। हम बस अपनो जरूरत के हिसाब से कोई भी ऍप बिना जाने बिना ये देखे की ये ऍप सेफ है या नही हम उसे अपने फ़ोन में इनस्टॉल कर देते है। और जबकि हमारे फ़ोन में कई बैंक या क्रेडिट या एटीएम कार्ड के डिटेल हो सकती है। और शायद वो डेटा जो आपका पर्सनल है आप खुद उसे उस ऍप के ओनर को दे देते है या ये मान लीजिए कि उन्हें परमिशन दे देते है जिसे वो सारा डेटा जो हमारा पर्सनल था वह एक क्लिक में उस हैकर या ऍप डेवलपर के पास जा सकता है।
अब जिस तरह का माहौल बन चुका है भारत और चीन के बीच मे उसे यही लगता है कि चीन कुछ भी कर सकता है। और ऐसे मामले में चीन का भरोसा किया जा सकता नही है। चीन का वेव्हार पहले से ही संदय जनक था। चीन ने हमेशा प्रयास किया है कि वह भारत और बाकी देशों में से सुपर पावर बने। और उसे पूरा करने के लिए चीन कुछ भी ककर सकता है।
क्या आपको पता है US आर्मी ने भी tiktok को Ban कर दिया है । जिहा सेक्युरिटी रीज़न के वजहसे US आर्मी ने भी tiktok को ban कर दिया था। यह ऍप एक चिनी कमपनी द्वारा बनाया गया है। US आर्मी के जो स्पोक्सवुमन, एलटी कोल रोबिन ओछो, उन्होंने यह जानकारी दी कि यह ऍप एक साइबर थ्रेट है।
साइबर थ्रेट क्या होता है?
साइबर थ्रेट या साइबर सेक्युरिटी थ्रेट यह एक विद्ववेषपूर्ण काम है जो डेटा डैमेज करता है, या जो डेटा चुराता है ओर जो डिजिटल जीवन को सामान्य रूप से बाधित कर देता है। आप सभी गूगल यूज़ कर ते है आप सभी गूगल करके देख सकते है कि कितने साइबर थ्रेट खतरनाक हो सकते है। इसी लिए यह बोहोत जरूरी हो गया है कि हम अपने आप को साइबर थ्रेट से बचाए ओर खास कर हमें तब ज्यादा सतर्क होना चाइये जब बात देश की हो।
साइबर थ्रेट के कुछ प्रकार
Ransomware
Phishing
Data leakage
Hacking
Insider threat
यह कुछ साइबर थ्रेट के प्रकार है।
अब सवाल ये आता है कि क्या कोई ऍप आपका डेटा चोरी कर सकता है?? क्या आपके फ़ोन से डेटा चुराना मुमकिं है? क्या सचमे चीनी ऍप आपका डेटा चोरी कर सकते है ? या साइबर अटैक आपके फ़ोन पर हो सकता है?
आपको पता होगा कोई भी ऍप इनस्टॉल करने के बाद आपसे वो ऍप तरह तरह की परमिशन मांगता है जैसे कि स्टोरेज परमिशन, लोकेशन परमिशन, कैमरा परमिशन, माइक्रोफोन परमिशन, ओर अन्य तरह तरह की परमिशन मांगता है। और हैम भी बिना सोचे समझे हम उस ऍप को सारी परमिशन दे देते है। बिना ये सोचे कि उस ऍप को इन सारी परमिशन की जरूरत है या नही? मैन लीजिये आप एक पीडीएफ ट्रांसफर या स्कैनर का ऍप डाउनलोड करते है तोह उस ऍप को बस आपके कैमरा ओर स्टोरेज की परमिशन की जरूरत है। कैमरा की परमिशन इस लिए की वो फ़ोटो कैप्चर कर सके और स्टोरेज की इस लिए की वो उस स्कैन किये हुए फ़ोटो को आपके गैलरी में सेव कर सके पर क्या वो सिर्फ इन दो ही चीजो की परमिशन मांगता है ? नही वो ऍप हमसे लोकेशन की परमिशन मांगेगा, माइक्रोफोन की मांगेगा, अब आप ही सोचिये की क्या उस ऍप को वाकई में लोकेशन ओर माइक्रोफोन की परमिशन की जरूरत है क्या? जवाब है नही पर फिर भी हमसे वो सारी परमिशन मांगता है अगर परमिशन नही दी तो वह ऍप चालू ही नही होती है।
क्या आपकी ओर हमारी बाते कोई सुन रहा है?
जी हा अगर हम माइक्रोफोन की जब परमिशन देते है तब ऐसा हो सकता है कि कोई हमारी बाटे ट्रैक कर सकता है। हैम क्या बात करते है वो सुन सकता है। कभी आपके साथ हुआ है? कि आप किसी चीज़ के बारेमे बात करे हो और जब आप फोन में कोई ऍप ओपन करते है तब वही चीज़ हमारे सामने आ जाती है।
Security risks
UC browser - यह ऍप उसके अल्गोरिथम का इस्तेमाल करके यह ऍप आपके एक्टिविटी पे ध्यान रख सकता है। और यह ये बात भी कंट्रोल करता है कि क्या आपको देखना चाइये।
Tiktok- टिकटोक पे भी आप देख सकते है कि आप का डेटा चुराया जाता है और उसे चीन में भेज दिया जाता है। टिकटोक पर कैलिफ़ोर्निया फेडरल कोर्ट में भी लॉसूट फ़ाइल किया है। इस लॉसूट में भी यह आरोप लगाए गए थे कि टिकटोक ड्राफ्ट में सेव किये गए वीडियो भी बिना आपके अनुमति के वो डेटा ले लेते है। टिकटोक कि पॉलिसीस भी काफी अस्पष्ट है।
जैसे कि हम बात करे थे कि टिकटोक सहित अन्य 58 ऍप्स को भारत मे बन कर दिया है। सरकारी अधिसूचना में, सरकार ने कहा की सेक्शन 69A information technology act ओर उसके अन्य प्रोविशनप्रक्रिया और सुरक्षा उपायों) के नियमों का इस्तेमाल करते हुए के नियमों, सार्वजनिक नियमों द्वारा पहुँच के अवरोधन के लिए पढ़ा जाता है। 2009 और खतरों की उभरती प्रकृति के मद्देनजर 59 एप्स को ब्लॉक करने का निर्णय लिया गया है क्योंकि उपलब्ध सूचनाओं के मद्देनजर वे ऐसी गतिविधियों में लगे हुए हैं जो भारत की संप्रभुता और अखंडता, भारत की रक्षा, राज्य की सुरक्षा और सार्वजनिक व्यवस्था के लिए पूर्वाग्रही हैं। "
GOVT द्वारा बन की गई CHINESE APPS की पूर्ण सूची:
1. TikTok
2. Shareit
3. Kwai
4. UC Browser
5. Baidu map
6. Shein
7. Clash of Kings
8. DU battery saver
9. Helo
10. Likee
11. YouCam makeup
12. Mi Community
13. CM Browers
14. Virus Cleaner
15. APUS Browser
16. ROMWE
17. Club Factory
18. Newsdog
19. Beutry Plus
20. WeChat
21. UC News
22. QQ Mail
23. Weibo
24. Xender
25. QQ Music
26. QQ Newsfeed
27. Bigo Live
28. SelfieCity
29. Mail Master
30. Parallel Space 31. Mi Video Call - Xiaomi
32. WeSync
33. ES File Explorer
34. Viva Video - QU Video Inc
35. Meitu
36. Vigo Video
37. New Video Status
38. DU Recorder
39. Vault- Hide
40. Cache Cleaner DU App studio
41. DU Cleaner
42. DU Browser
43. Hago Play With New Friends
44. Cam Scanner
45. Clean Master - Cheetah Mobile
46. Wonder Camera
47. Photo Wonder
48. QQ Player
49. We Meet
50. Sweet Selfie
51. Baidu Translate
52. Vmate
53. QQ International
54. QQ Security Center
55. QQ Launcher
56. U Video
57. V fly Status Video
58. Mobile Legends
59. DU Privacy
हमे इस फ़ैसले का सम्मान करना चाइये क्योकि यह हमारे राष्ट्र सुरक्षा के लिए बेहद जरूरी हो गया है। ओर कुछ लोग ऐसे भी है कि उन्हें इस डिसिजन से ओर एक मौका मिल जाएगा प्रोटेस्ट करनेका मौका मिल जाएगा।
पर जब देश का सवाल आता है हमें सबको साथ मे आना चाइये ओर इस फैसले का सम्मान कर्मा चाइये।

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